9789350027813
Aakar Books 2022
Language: Hindi
120 Pages
5.5 x 8.5 Inches
खेती किसानी को कॉर्पोरेट कारोबारियों की मुनाफखोरी के हवाले करने के लिए तुरंत फुरत अंदाज़ में बने गए तीन कानूनों को वापस लेने के लिए करीबन साल भर चला आंदोलन किसंब आंदोलनों के लम्बे इतिहास के सबसे गौरवशाली अध्यायों में शुमार किया जाएगा! खास तौर पर इसिलए कि सत्ता के नशे में मदहोश मगरूर भाजपा सर्कार को इसने उन तीन कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर कर दिया! और यह ऐसे वक़्त हुआ जब विपक्षी पार्टियां बेअसर हो चुकी थी और उनके और भाजपाई अजेंडे में कोई खास फर्क नहीं रह गया था! इस आंदोलन का करीबी से अध्ययन करने वाले विद्वानों में जाने माने अर्थशास्त्री अमित बहादुरी भी थे! आंदोलन के दौरान उन्होंने कुल ग्यारह लेख लिखे! इसमें उन्होंने आंदोलन के राजनितिक आर्थिक सन्दर्भ, आंदोलन कि खासियतों और पहलकदमियों कि चर्चा भी कि! किसान आंदोलन फिलवत स्थगित हो गया है! लेकिन ये लेख उपयोगी बने रहेंगे!